सेक्टर 76. सोसाइटी की लिफ्ट का किसी भी फ्लोर पर अटकना अब ऐसा लगता है जैसे आम बात हो गयी है। अक्सर 7X की सोसाइटी से ऐसी ख़बरें आती रहते है जो यहाँ के मेंटेनेंस की कलई खोलती रहती है। हाल ही में लिफ्ट फंसने का हादसा सेक्टर 76 के सेठी मैक्स रॉयल में हुआ। सोसायटी के ग्राउंड फ्लोर से लिफ्ट में सवार हुए तीन बच्चों समेत घरेलू सहायिका 9वें फ्लोर पर फंस गए। काफी देर तक वह मदद के लिए गुहार लगाते रहे। उधर, लिफ्ट बंद होने से सबकी सांस फूलने लगी और बच्चे ने महिला से पापा को फोन करने के लिए कहा। महिला की सूचना पर परिजन और मेंटेनेंस स्टाफ मौके पर पहुंचा और सभी को लिफ्ट से बाहर निकाला। इस दौरान करीब 40 मिनट लग गए। आरोप है कि लिफ्ट का इमरजेंसी बटन काम नहीं कर रहा था। वहीं, लिफ्ट के पास कोई गार्ड भी मौजूद नहीं था। सोसायटी के लोगों ने मामले की शिकायत बिल्डर से की है।
सोसायटी निवासी गोविंद शर्मा ने बताया कि सोमवार रात करीब 9 बजे तीन बच्चे व घरेलू सहायिका लिफ्ट में सवार हुए। तीनों बच्चे सोसायटी के डी टॉवर के 19वें फ्लोर पर रहते हैं। वे ग्रांउड फ्लोर से लिफ्ट में सवार होकर अपने फ्लैट जा रहे थे। कुछ देर बाद लिफ्ट अचानक झटके से 9वें फ्लोर पर आकर रुक गई। उन्होंने दो-तीन मिनट तक इंतजार किया, लेकिन लिफ्ट आगे नहीं बढ़ी। उधर, उमस के कारण हालत खराब होने से सबकी सांस फूलने लगी। साथ ही वे लगातार दरवाजा खोलने का प्रयास करते रहे। इसके बाद एक बच्चे ने महिला से पापा को फोन करने के लिए कहा। इस पर महिला ने घटना के बारे में सूचित किया। परिजनों ने सूचना मिलते ही इसकी जानकारी सोसायटी के व्हाट्सग्रुप पर डाली और मौके पर पहुंचकर लिफ्ट खोलने का प्रयास करने लगे। लेकिन, लिफ्ट नहीं खुली। मेंटेनेंस स्टाफ के आने के बाद ही सभी को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका। इस दौरान करीब 40 मिनट लग गए। घटना से सोसायटी के निवासियों में रोष है।
लोगों का कहना है कि बिल्डर द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर पैसे ऐंठे जा रहे हैं। लाखों, करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी लोग सुविधाओं के अभाव में रह रहे हैं। इस घटना ने पूरी सोसायटी को परेशान कर दिया है। उनका कहना है कि अगर बच्चों को कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। फ्लैट में अंधेरा होने पर बच्चे घबरा जाते हैं तो लिफ्ट में क्या हाल हुआ होगा। इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। आरोप लगाया कि चाहे जहां शिकायत कर लो, लेकिन बिल्डर के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
रोजाना लिफ्ट में फंस रहे लोग
लोगों का कहना है सेक्टरों में सैकड़ों बड़ी इमारतें हैं। जहां लाखों लोग परिवार के साथ रह रहे हैं। लोगों ने अपने जीवन भर की पूंजी फ्लैट खरीदने में लगा दी। ताकि उन्हें सुविधाएं मिल सकें। लेकिन, उन्हें क्या पता था कि जहां वो पैसे लगा रहे हैं, वहां जान का खतरा है। आए दिन किसी न किसी सोसायटी में लिफ्ट खराब हो जाती है। जिससे बुजुर्गों को खास तौर पर परेशानी होती है। वह सीढ़ियों का सहारा नहीं ले सकते। ऐसे में कई बार लिफ्ट फंसने के मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इस मामले में प्राधिकरण भी चुप्पी साधे हुए है।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डरों ने जिस तरह से फ्लैट निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग की है, इससे लोगों की जान आफत में है। आए दिन सोसायटियों में प्लास्टर गिरता रहता है। वहीं, बिल्डरों ने पैसा बचाने के लिए निमभन दर्जे की लिफ्ट लगवाई हैं। इससे आए दिन किसी न किसी सोसायटी में लिफ्ट खराब होने की सूचना मिलती रहती है। उनका कहना है कि आम्रपाली, महागुन, प्रतीक ल़ॉरियल, द हाईड पार्क जैसी सोसायटी में भी आए दिन लोग लिफ्ट में फंस जाते हैं।


0 Comments